मेरठ मेरा शहर है .यह जैसा भी है पर है पर है दिल के आसपास.इसे केन्द्र में रखकर लिखा तो एक किताब बनी -एक शहर किस्सों भरा .यह किताब गरियाई भी गई सराही भी गई .
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रविवार, 15 जुलाई 2012
मेरे शहर में: ईश्वर कहाँ रहता है ?
मेरे शहर में: ईश्वर कहाँ रहता है ?: सुबह सवेरे मार्निंग वाक के लिए निकला तो रास्ते में आकर्मडीज़ मिल गए | हाफपैंट और टीशर्ट पहने वह पसीने में तरबतर थे | मैंने उनसे पूछा ...
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