मेरठ मेरा शहर है .यह जैसा भी है पर है पर है दिल के आसपास.इसे केन्द्र में रखकर लिखा तो एक किताब बनी -एक शहर किस्सों भरा .यह किताब गरियाई भी गई सराही भी गई .
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सोमवार, 12 सितंबर 2011
ननुआ का जन्म दिन(haribhoomi के १३ सितम्बर २०११ के अंक में प्रकाशित )
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